गौतम बुद्ध के उपदेश और 200 अनमोल वचन / Gautam Buddha Updesh in hindi

गौतम बुद्ध के उपदेश और 200 अनमोल वचन / Gautam Buddha Updesh in hindi
गौतम बुद्ध के उपदेश और 200 अनमोल वचन / Gautam Buddha Updesh in hindi

          गौतम बुद्ध के उपदेश और जीवन – Life of Gautam Buddha

                     गोतम बुद्ध का जन्म वैशाख मास की पूर्णिमा को नेपाल के लुम्बिनी में हुआ था। इसी वैशाख मास की पूर्णिमा को गौतम बुद्ध को कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। और इसी वैशाख मास की पूर्णिमा को महापरिनिर्वाण यामी गौतम बुद्ध ने अपना शरीर छोड़ा था। इसीलिए वैशाख मास की पूर्णिमा को बुध पूर्णिमा भी कहते हैं और इसी दिन गौतम बुद्ध के अनुयायि बुद्धपूर्णिमा मनाते हैं

                    गौतम बुद्ध का जन्म : गौतम बुद्ध का जन्म ईसा से 563 साल पहले नेपाल के लुम्बिनी वन में हुआ। उनके जन्म का नाम सिद्धार्थ रखा गया। उनकी माता का नाम महामाया देवी था। उनके पिता नाम शुद्धोदन था जो कपिलवस्तु के राजा थे और उनका मान-सम्मान नेपाल ही नहीं समूचे भारतवर्ष में था। सिद्धार्थ की मौसी गौतमी ने उनका पालन-पोषण किया क्योंकि सिद्धार्थ के जन्म के 7 दिन बाद ही उनकी माता का स्वर्गवास हो गया था।

                गौतम बुद्ध के गुरु व शिक्षा-दीक्षा :- सिद्धार्थ ने कई विद्वानों को अपना गुरु बनाया जिसमें गुरु अलारा, कलम, उद्दाका रामापुत्त, आचार्य सब्बमित्तगुरु और विश्वामित्र थे। गुरु विश्वामित्र से उन्होंने वेद और उपनिषद् के शिक्षा ली साथ ही राजनीति और युद्ध-विद्या की भी शिक्षा ली। कुश्ती, घुड़सवारी, तीरंदाजी, रण-कौशल में उनकी बराबरी कोई नहीं कर सकता था।

Buddha Quotes in Hindi with Images
Buddha Quotes in Hindi with Images

                  गौतम बुद्ध के प्रमुख दस शिष्य : आनंद, अनिरुद्ध, महाकश्यप, रानी खेमा, महाप्रजापति, भद्रिका, भृगु, किम्बाल, देवदत्त, और उपाली।

                 गौतम बुद्ध का विवाह :- सिद्धार्थ का विवाह सोलह वर्ष की आयु में दंडपाणि शाक्य की पुत्री यशोधरा के साथ सम्पन्न हुआ। यशोधरा के गर्भ से उनको एक पुत्र मिला जिसका नाम राहुल रखा गया। बाद में यशोधरा और राहुल दोनों बौद्ध धर्म अपनाकर बुद्धभिक्षु हो गए थे।

                   गौतम बुद्ध का वैराग्य भाव :- बुद्ध के जन्म के बाद एक भविष्यवक्ता की नजर सिद्धांत पर पड़ी तब भविष्यवक्ता राजा शुद्धोदन से कहा कि तुम्हारा यह पुत्र चक्रवर्ती सम्राट बनेगा, परन्तु वैराग्य भाव उत्पन्न हो गया तो तुम्हारे पुत्र को बुद्ध होने से कोई नहीं रोक सकता और इसकी किर्ति समूची पृथ्वी पर अनंतकाल तक कायम रहेगी।

                  गौतम बुद्ध गृह त्याग :- हृदय में वैराग्य भाव तो बहुत कम आयु से था। आयु थी 29 वर्ष एक रात सिद्धार्थ अपनी पत्नी यशोधरा और पुत्र राहुल को जो हो रहे थे, दोनों के सिर पर हाथ रखा और फिर दबे पांव महल से बाहर निकले और अश्व पर सवार हो गए। रात भर अश्व को दौड़ाकर 30 योजन दूर गोरखपुर के करीब अमोना नदी के तट पर जा कर उतरे। वहां सिद्धांत ने शाही वस्त्र उतारे और अपने सिर के काटकर सन्यासी बन गए।

                 गौतम बुद्ध की तपस्या :- सिद्धार्थ वन-वन और नगर-नगर भिक्षाटन करते और जब कोई साधु महात्मा मिल जाता तो उससे योग साधनाओं के बारे में पूछते उनसे सीखते और कठोर तप करते। सिद्धांत ने कठोर साधनाएं कि, कठोर योग क्रियाएं की, कठोर उपवास रखें लेकिन उन्हें कोई शांति नहीं मिली।

                  बोधीवृक्ष :- एक सुजाता नाम की महिला के कहने पर वह एक वृक्ष के नीचे ध्यान लगा कर बैठ गए और उसी रात ध्यान लगाते समय सिद्धार्थ को सत्य का बोध हुआ। और उन्हें बुद्धत्व प्राप्त हुआ। वर्तमान समय में बिहार के बोधगया में भी वह वटवृक्ष मौजूद है जिसे अब बोधीवृक्ष के नाम से जाना जाता है

गौतम बुद्ध ने 80 वर्ष की उम्र तक जीवन और धर्म के हर पहलू पर उपदेश दिए और लोगों को दीक्षा देकर बौद्ध शिक्षा के प्रचार-प्रसार लिए भेजा। गौतम बुध के पिता सुद्धोधन और पुत्र राहुल ने भी उनसे दीक्षा ली।

                      गौतम बुद्ध महापरिनिर्वाण :- ईसा से 483 वर्ष पहले गौतम बुद्ध 80 वर्ष की आयु में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त किया।

                       गौतम बुद्ध बहुत बड़े धर्म प्रचारक थे, उन्होंने अपने ज्ञान और विवेक से संपूर्ण संसार को सही राह दिखाई है और बौद्ध धर्म की स्थापना की है। उन्हें की शिक्षाओं का पूरी दुनिया लाभ उठा रही है। उनकी कुछ शिक्षाओं को नीचे दिया गया है जो हमारे आम जीवन में काफी महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।

 

भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश / Bhagavaan gautam buddha ke upadesh

भगवान् गौतम बुद्ध के प्रेरणात्मक सुविचार जो मन को शांती दे
भगवान् गौतम बुद्ध के प्रेरणात्मक सुविचार जो मन को शांती दे Lord Gautam Buddha Quotes in Hindi

इस दुनिया में इतना अन्धकार नहीं है कि वो एक छोटे से दिपक का प्रकाश बुझा सके।

यदि आपका रुख सही दिशा की ओर है, तो आपको आगे बढ़ाते रहना चाहिए।

यह सोचना हास्यपूर्ण है कि कोई और आपको सुखी या दुखी कर सकता है।

आनन्द इस पर निर्भर नहीं करता कि आपके पास क्या है? या आप क्या हैं? ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं?

शील पुरुष को दुष्टों के द्वारा सदा से सताया जाता रहा है।

हजारों महत्वहीन शब्दों से वह एक अच्छ शब्द है जो शांति लाये।

हजारों युद्ध जितने से बेहतर है कि स्वयं को जीत लें, फिर वो जीत तुम्हारी होगी जिसे कोई तुमसे नहीं छीन सकता।

तुम जो भी बोलने जा रहे हो सोच समझकर शब्दों का प्रयोग करना और ध्यान रखना सुनने वाले पर इन शब्दों क्या प्रभाव पड़ेगा? अच्छा या बुरा!

एक कर्त्तव्यनिष्ठ, प्रतिभाशाली, इज्जतदार व्यक्ति जहां कहीं भी जाता है, वहां पर उसका सम्मान किया जाता है।

सांसारिक पीड़ा तो तय है, यह आपके बस की बात नहीं। हां उस पीड़ा से स्वयं दुखी होना या न होना यह आपके बस में जरूर है।

एक जागे हुए इंसान को रात बहुत लम्बी लगती है, एक थके हुए इंसान को मंजिल बहुत दूर नजर आती है, सच्चे धर्म से अनजान मनुष्य के लिए जीवन-मृत्यु का आवागमन भी उतना ही लंबा दिखाई पड़ता है।

आखिर में यही बात सबसे ज्यादा मायने रखती है कि आपने कितनी अच्छी तरह से प्रेम किया, अपने जिंदगी को कितना भरपूर जिया और आपने कितनी गहराई से लोगों की गलतियां को माफ किया।

आप चाहे कितने ही धार्मिक ग्रंथ पढ़ लें आप चाहे कितने ही पवित्र मंत्र बोल लें, लेकिन जब तक आप उन्हें अपने भीतर नहीं उतारते उनका कोई फायदा नहीं है।

संसार में कोई भी वस्तु कभी भी अकेले विद्यमान नहीं होती, हर एक वस्तु का संबंध सम्पूर्ण दूसरी वस्तुओं से होता है।

जीवन की यात्रा में भरोसा आपको पोषण देता है, अच्छे काम पुण्य की तरह हैं, ज्ञान सूर्य की रोशनी की तरह है और सजगता आपका बचाव करती है। यदि इंसान निष्कपट जीवन जीता है, तो कोई चीज मनुष्य को नष्ट नहीं कर सकती है।

हर अनुभव से कुछ न कुछ सिखा जा सकता है, हर अनुभव अपने आप में सार्थक है, क्योंकि हम अपनी भूलों से ही सीखते हैं।

प्रत्येक मनुष्य को यह अधिकार है कि वह अपनी दुनिया की स्वयं खोज करे।

प्रत्येक दिन का महत्व होती है, इंसान रोज एक नया जन्म लेता है, हर दिन एक नए उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक-एक दिन का महत्व समझें।

मैं दुनिया के साथ मतभेद नहीं करता, लेकिन ये दुनिया है जो मेरे साथ मतभेद करती है।

एक पावन ओर शुद्ध मन के साथ कोई व्यक्ति बोलता या कार्य करता है, तो इंसान के साये की तरह ख़ुशी कभी उसका पीछा छोड़ती।

अपने मोक्ष के लिए स्वयं ही उपाय करें, दूसरों के भरोसे ना रहें।

 भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार

स्वयं के मन को शांत करने पर, समस्त बाधाओं का समाधान निकल आता है।

भूतकाल को याद मत करो, भविष्य के बारे में मत सोचो, वर्तमान में जिओ, यही खुश रहने का एकमात्र उपाय है।

मंजिल तक पहुँचना भी जरूरी है, पर इससे भी जरूरी यह है कि यात्रा अच्छे से हो।

आपको कभी नहीं देखना की क्या किया जा चुका है, आपको हमेशा यह देखना है कि क्या किया जाना बाकी है।

वे इंसान जो लोगों से प्रेम करते है, वे संकटों से घिरे रहते है, ओर जो इंसान किसी से भी प्रेम नहीं करते, उन्हें कोई संकट या कष्ट नहीं होते।

वहम एक खतरनाक रोग है, वहम लोगो को जुदा कर देता है। यह दो अच्छे मित्रों को बिछड़ने पर मजबूर कर देता है, किसी अच्छी रिश्तेदारी को बरबाद कर देता है।

शांति मन के भीतर से उत्पन्न होती है, इसको बाहर मत खोजो।

सत्य की राह पर चलते हुए इंसान केवल दो भूल कर सकता है या तो पूरा रास्ता तय नहीं कर पाता या फिर शुरुआत ही नहीं कर पाता।

आप अपने क्रोध के लिए सजा नहीं पाओगे, आप अपने क्रोध के कारण सजा पाओगे।

जिसने अपने मन को स्वयं के वश में कर लिया, उसकी जीत को दानव क्या देवता भी पराजय में नहीं बदल सकते हैं।

बुराई अवश्य ही रहनी चाहिए, तभी तो अच्छाई बुराई के ऊपर अपनी जीत साबित कर पाएंगी है।

शरीर और मन दोनों की सेहत का राज है कि जो बीत गया उसका दुःख ना करें।

दुनिया हमेशा से बढाई और निंदा करने का बहाना ढूंढती। यही होता रहा है, यही होता है और यही होता रहेगा।

क्रोध को बिना क्रोधित हुए जीतो, बुराई को अच्छाई से जीतो, कंजूसी को दरियादिली से जीतो, और असत्य बोलने वाले को सत्य बोलकर जीतो।

अगर तुमको मेरी तरह बांटने की प्रेरणाशक्ति के बारे में पता होता तो तुम कभी भी बिना बांटे आहार नहीं खाते।

यदि कोई कार्य करने लायक है, तो उस कार्य को पूर्ण लगन से करो। तभी उस कार्य में पूर्ण सफलता मिलेगी।

वास्तविक समस्या यह है कि तुमको लगता है कि फलां कार्य को करने के लिए अभी तुम्हारे पास बहुत समय है।

अव्यवस्था सभी जटिल बातों में जन्मजात है. मेहनत के साथ प्रयास करते रहो।

महात्मा गौतम बुद्ध के उपदेश / Mahaatma gautam buddh ke upadesh

Gautam Buddha Thought in Hindi
Gautam Buddha Thought in Hindi  

200 Motivational Chanakya Quotes in Hindi | चाणक्य नीति के विचार | & Thoughts

 

सभी मनुष्यों को मृत्यु से डर लगता है, सभी दंड से डरते हैं। इसलिए, बाकी जीवों को भी अपने जैसा ही समझो, तुम किसी जीव की हत्या मत करो और दूसरों को भी ऐसा करने से रोको।

ज्ञानी पुरुष कभी नहीं मरता और जो अज्ञानी हैं, वह तो पहले से ही मरा हुआ हैं।

अगर समस्या का हल निकाला जा सकता है तो चिंता किस बात की? और अगर समस्या का हल नहीं निकलता है तो चिंता करने से कोई फायदा नहीं।

जिस प्रकार ठोस चट्टान वायु से नहीं हिलती, ठीक उसी प्रकार एक बुद्धिमान इंसान बढ़ाई या बुराई से विचलित नहीं होता।

एक पल एक दिन बदल सकता है, एक दिन एक जिंदगी को बदल सकता है और एक जिंदगी पूरे संसार को बदल सकती है।

वहम एक असाध्य रोग है, जो मित्रता और रिश्तेदारी को दीमक की तरह खा जाती हैं।

मनुष्य जन्म से नहीं बल्कि, कर्म से शूद्र, वैश्य, क्षत्रिय और ब्रम्हाण होता है।

संसार के सभी जीवों के प्रति दया-भाव रखो, चाहे वो अमीर हो या गरीब, सबके अपने-अपने दुख और तकलीफें है, कुछ बहुत ज्यादा भोगते हैं और कुछ बहुत कम।

प्रत्येक व्यक्ति अपनी सेहत या बीमारी का स्वयं निर्माता है।

क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से अपने हाथ में पकड़े रहने के समान हैं, इसमें आप स्वयं ही जलते हैं।

अनुशासनहीन चित्त से अधिक चंचल और कुछ नहीं है, और अनुशासित चित्त से अधिक आज्ञाकारी और कुछ नहीं है।

निष्क्रिय होना जीते जी मर जाना है, मेहनती होना विकसित जीवन की राह है, मूर्ख लोग निष्क्रिय होते हैं और बुद्धिमान लोग मेहनती।

जिस तरह एक दिपक बिना आग के स्वयं नहीं जल सकता, ठीक उसी तरह एक मनुष्य आध्यात्मिक जीवन के बिना जिंदा नहीं रह सकता।

कोई भी मनुष्य अपने कर्मों से महान बनता है, न कि जन्म से।

अगर तुम किसी और के लिए दिप जलाएंगे, तो वो आपकी राह को प्रकाशित करेगा।

सारे गलत कार्य मन की कारण से होते हैं. यदि मन को वश में कर दिया जाए तो कुछ भी गलत नहीं होगा।

अज्ञानी व्यक्ति की बताई राह पर चलने से जीवन में परेशानीयां जरूर आएगी है।

सेहत सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफादारी सबसे बड़ा रिश्ता हैं।

कोई भी इंसान बहुत ज्यादा बोलते रहने से कुछ नहीं सीख पाता, समझदार मनुष्य वही कहलाता है जो कि धैर्य रखने वाला, क्रोध न करने वाला और निडर होता है।

एक दिपक हजारों दिपक को रौशन कर सकता है, और फिर भी उस दिपक की आयु कम नहीं होती। ठीक उसी तरह ज्ञान भी बांटने से कम नहीं होता हैं।

बीते हुए कल को जाने दो, आने वाले कल को आने दो, आज को भी जाने दो, और अपने अस्तित्व की सीमाओं से बाहर झाँको। जब आपका मन पूरी तरह स्वतंत्र होगा, तो आप जीवन और मृत्यु को उसके सही रूप में देख सकोगे।

स्वयं के बराबर या फिर स्वयं से ज्ञानी पुरुषों के साथ सफ़र कीजिये, अज्ञानियों के साथ सफ़र करने से अच्छा है अकेले सफ़र करना।

Gautam Buddha Quotes on Love in Hindi
Gautam Buddha Quotes on Love in Hindi

जो व्यक्ति स्वयं से प्रेम करता है, वह कभी दूसरे को क्षति नहीं पहुंचा सकता है।

देखते वक्त केवल देखें, सुनते समय सिर्फ सुनें, महसूस करते वक्त सिर्फ महसूस करें और सोचते समय सिर्फ सोचें। यही असल कर्म है।

कोई भी इंसान सिर मुंडवाने से, या फिर जातिविशेष में जनम लेने से संत या महात्मा नहीं बन जाता, जिस मनुष्य में सच्चाई और विवेक होता है, वही संत है, वही महात्मा है।

भुतकाल बीत चुका है, भविष्य अभी आना बाकी है, वर्तमान ही वो पल है जिसमें तुम जी भर कर जी सकते हो।

जो इंसान अपने जीवन को शांति से जीता है, उसे मृत्यु से भी भय नहीं लगता है।

जलन और घृणा की आग में जलते हुए, इस संसार में खुशी और हंसी अस्थाई हैं।

जो क्रोधित विचारों से आजाद हैं उन्हें निश्चय ही शांति प्राप्त है।

तुम अपने मन को अच्छे कर्म करने में लगाओ, उसे बार-बार करो, यकिनन तुम्हारा हृदय प्रसन्नता से भर जायेगा।

जीवन में असफलता का एकमात्र कारण आप जो सर्वश्रेष्ठ जानते हैं उसके प्रति वफादार ना होना।

अगर तुम अंधैरे में डूबे हुए हो, तो यह तुम्हारी गलती है तुम प्रकाश की खोज क्यों नहीं करते।

मनुष्य का बुद्धि ही सब कुछ है, जो वह सोचता है समझता वही वह बनता है।

जीभ एक तेज धारदार हथियार से भी खतरनाक है, जो बिना खून निकाले ही मार देती है।

आसमान में पश्चिम और पूर्व का कोई अंतर नहीं है; इंसान अपने विचारों से अंतर पैदा करते हैं और फिर उनके सही होने पर विश्वास भी कर लेते हैं।

यदि तुम साफ तौर से एक फूल के चमत्कार को देख सको तो तुम्हारा पूरी जिंदगी बदल जाएगी।

तुम्हारे पास जो कुछ भी है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत कहना, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या करना। जो दूसरों से जला करते है उसको मन की शांति कभी नहीं मिलती।

अपने आप को जीतना दूसरों को जीतने से ज्यादा कठिन कार्य है।

अपने शरीर को सेहतमंद रखना आपका परम कर्तव्य है इसके बीना आप अपने मन को मजबूत और स्पष्ट नहीं रख सकोगे।

यदि तुम को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए कोई सहचर नहीं मिलता है, तो अकेले ही चलिए।

क्रोध तभी आएगा जब तुम्हारे मन में क्रोध के विचार होगें जैसे ही तुम क्रोध के विचारों को मन से निकाल फेंकोगें, उसी क्षण क्रोध गायब हो जाएगा।

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ध्यान से ज्ञान की प्राप्ति होती है, ध्यान की कमी अज्ञानता जन्म देती है। अच्छी तरह से सोचों क्या तुम्हे आगे ले जाना है और क्या तुम्हे रोक कर रखना है, और उस राह पर चलो जो तुम्हें ज्ञान की और ले जाती हो।

क्रोध को मन में पाल कर रखना खुद ज़हर पीकर दूसरे के मरने की कामना करने के बराबर है।

अगर तुम दिशा नहीं बदलते हो तो यह संभव है कि घूमकर वापस उसी जगह पहुँच जायेंगे जहाँ से तुम जा रव़ाना हुए।

एक समझदार इंसान अपने भीतर की कमियों को उसी प्रकार से दूर कर लेता है, जिस प्रकार से एक सुनार सोने की अशुद्धियों को थोड़ा-थोड़ा करके और इस प्रक्रिया को बार-बार करके दूर करता है।

बुद्ध के उपदेश इन हिंदी / Buddha ke upadesh in hindi

Buddha Vichar in Hindi
Buddha Vichar in Hindi

यह गहन अध्ययन का विषय है कि तुम्हारे सुख-दु:खी की चाबी किसी दूसरें इंसान के हाथ में है।

जिस इंसान के विचारो में मैल हैं जो बेपरवाह और धोखेबाज हो, वह भंगवा कपड़े कैसे पहन सकता है? वह इंसान जिसने स्वयं पर नियंत्रण कर लिया है, ओजस्वी है, निर्मल है, सच्चा है, वही भंगवा कपड़े पहनने के योग्य है।

जो लोग ख़ुशी की कद्र नहीं करते, खुशी उन तक कभी नहीं पहुंच पाएगी।

बुराई से दूर रहने के लिए, अच्छाई का साथ कीजिए और अपने मन को गहरें विचारों से भर लीजिए।

हमेशा याद रखें कि अशुभ कार्य, अपने मन पर भार रखने के समान है।

सच्चाई के साथ जीने वाले इंसान को मौत से भी डरने की आवश्यकता नहीं है।

जो इंसान अनेक व्यक्तियों से प्रेम करता है, उसके पास खुश होने की बहुत सी वजह होती हैं।

तुम्हारा जीवन कीमती है, यह तुम्हारी जागृति का साधन है इसका ध्यान रखो।

तीन चीजों को आप छुपाना चाहो तो भी छुपा नहीं सकते सूरज, चांद और सच्चाई।

जो इंसान क्रोधित होने पर अपने गुस्से को नियंत्रित सकता है वह उस कुशल पायलट की तरह है जो कि एक तेजी से उडती हुई जहाज को संभाल लेता है और जो ऐसा नहीं कर सकता, वो सिर्फ अपनी सीट पर बैठा दुर्घटना घटित होने की प्रतीक्षा करता हैं।

सारे बुरे कार्य मन के कारण ही होते हैं। अगर मन ही बदल जाए तो क्या बुरा कार्य हो सकता है?

यदि इंसान से कोई भूल हो जाती है, तो कोशिश करें कि वह भूल दोबारा न हो। और भूल में आनन्द ढूंढने की कोशिश न करें, क्योंकि एक ही भूल को बार-बार करना दुःख को न्योता देना है।

बुद्ध के उपदेश इन हिंदी
बुद्ध के उपदेश इन हिंदी

जिसने अपने मन को वश में कर लिया है वही चीजों को उनके असलीरूप में देख सकता है।

हमें अपने गल्तियों की दण्ड तुरंत भले न मिले, पर वक्त के साथ कभी न कभी जरुर मिलती है।

इंसान स्वयं ही खुद का सबसे बड़ा रक्षक हो सकता है, और कोई भी उसकी रक्षा नहीं कर सकता है। यदि तुम्हारा स्वयं पर पूरा नियंत्रण है, तो तुमको वह यौग्यता प्राप्त होगी, जिसे बहुत ही कम व्यक्ति हासिल कर पाते हैं।

शांतिप्रिय व्यक्ति प्रसन्नता से जीवन जीते हैं। उन पर हार-जीत या सुख-दुख का कोई असर नहीं पड़ता।

नफरत को नफरत से नहीं प्रेम और स्नेह ही मिटा सकता है।

अगर तुम पूर्ण रूप से शांत हो, तो तुमको ब्रह्मांड का संगीत सुनाई देगा, तुम उसकी ध्वनि महसूस कर पाओगे, संगीत की उस ध्वनि के साथ आगे बढ़ते रहिए। असीम शांति का अनुभव होगा।

पानी से सीख, झरना बहुत शोर मचाता है, जबकि समंदर गहरा और शांत होता है।

जिस कार्य को करने में अभी में तो पिड़ा और भविष्य में खुशी मिलती है, उस कार्य को करने के लिए बहुत ज्यादा अभ्यास की आवश्यकता होती हैं।

भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
 Gautam Buddha Suvichar in Hindi

Gautam Buddha Suvichar in Hindi

ज्ञान और ध्यान एक दूसरे के पूरक है, ज्ञान ध्यान से उत्पन्न होता है और ध्यान के बिना ज्ञान लोप हो जाता है।

जो इंसान सच्चाई की खोज नहीं करता, वो जीने की असल वजह से भटक जाता है।

जो लोग आपकी प्रगति में बाधा बनते हैं, उसके साथ रहने से अच्छा है, अकेले रहना।

शब्दों के अंदर सृजन करने की और संहार करने की दोनों ही प्रकार की ताकत होती है।

अगर जरा से आराम के बदले एक बड़ी खुशी मिलने की संभावना है, तो एक बुद्धिमान इंसान को चाहिए कि वह थोड़े से आराम को त्यागकर बड़ी खुशी को पाने में लग जाए।

बुरे काम करने वाला मनुष्य इस दुनिया में तो पिड़ित रहता ही है, वह अगले जनम में भी पिड़ित रहता है।

यह संसार जान कर भी नहीं जानती कि हम सब का अंत यहीं पर होना है। लेकिन जो मनुष्य इस सच्चाई को जानते हैं, उनके सारे राग और द्वेष एक ही बार में समाप्त हो जाते हैं।

किसी विवाद को लेकर हम जैसे ही क्रोधित होते हैं, हम सत्य की राह छोड़ देते हैं, और स्वयं के लिए प्रयत्न करने लगते हैं।

भरोसे के बिना किसी नतीजे तक पहुँचा नहीं जा सकता, इसलिए अगर तुम धर्म को पाना चाहते हैं तो भरोसा बहुत जरूरी है।

संदेह, शक या शंका करना एक ऐसा घिनोना रोग है जो सारे रिश्ते और नातों को क्षणभर में नष्ट देता है।

मन की अवस्था सभी मानसिक अवस्थाओ से ऊपर है।

Buddha Quotes on Happiness in Hindi
Buddha Quotes on Happiness in Hindi

झरना बहुत ही शोर मचाता है जबकि सागर हमेसा गहरा और शांत रहता है।

ज्ञानी इंसान का कभी भी मरण नही होता है, वो अपने ज्ञान की रोशनी हमेसा बिखरते रहता है जबकि मुर्ख और अज्ञानी मनुष्य पहले से ही अपने विचारो से मरे हुए होते है।

जीवन का पूरा रहस्य यह है कि डर से मुक्त हो जाना। कभी भी इस बात से ना डरना कि अब मेरा क्या होगा। किसी पर भी आश्रित ना रहें। जिस समय आप सब प्रकार की मदद को अस्वीकार कर देते हैं, आप स्वतंत्र हो जाते हो।

जो मनुष्य जीवन में सिर्फ सुखों की खोज करता है, जिसकी इंद्रियां बेकाबू हैं, जो आहार के लिए जीता है, वह निठल्ला और दुर्बल है। लोभ उसे उसी प्रकार से गिराता है, जैसे कि बवंडर एक कमजोर वृक्ष को उखाड़ फैंकता है।

असल आनंद सब कुछ अर्जित कर लेने में नहीं है, बल्कि सब कुछ न्यौछावर कर देने में हैं।

हर दिन एक नया दिन होता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कल दिन कितना दुष्कर था, आप हर दिन एक नई शुरुवात कर सकते हैं।

चांद व सूरज की तरह निकलो, और चमको।

बिना स्वास्थ्य के जिंदगी, जिंदगी नहीं है, बस एक तकलीफ की स्थिति है, जिसे लोग मौत तक सहते है।

इच्छाएं कभी समाप्त नहीं होती। यदि तुम्हारी एक इच्छा पूरी होती है, तो दूसरी इच्छा तत्काल जन्म ले लेती है।

अपना राह स्वंय बनाएं, हमने अकेले जन्म लिया और अकेले ही मरना भी होगा, इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी तकदीर का निर्णय नहीं कर सकता।

एक शुद्ध स्वार्थहीन जिंदगी जीने के लिए, एक इंसान को आधिक्य में भी अपना कुछ नहीं है ऐसा मानना करना चाहिए।

तुम्हारा काम है अपनी पसंद के कार्य को खोजना। उसे खोजें और फिर उस कार्य में स्वयं को पूरी तरह से समर्पित कर दें। यही उन्नति की राह है।

भगवान गौतम बुद्ध के प्रेरणात्मक सुविचार जो मन को शांती दे

 

तुम्हारा बड़े से बड़ा शत्रु भी

Gautam Buddha Updesh in hindi:- गौतम बुद्ध के उपदेश और अनमोल वचन
गौतम बुद्ध का जीवन – Life of Gautam Buddha

तुमको उतनी हानि नहीं पहुंचा सकता, जितनी हानि तुम्हारे अनियंत्रित विचार तुमको पहुंचाते हैं।

तुम स्वयं अपने प्रेम और स्नेह के उतने हकदार हो, जितना इस संसार में कोई भी दूसरा इंसान नहीं है।

सभी बुरे कार्य रुग्ण मन के कारण उत्पन्न होते हैं। अगर मन आरोग्य हो जाये तो सभी नैतिक कार्य ही संपन्न होंगे।

तुम पूरे संसार में कहीं भी ऐसे मनुष्य को खोजो, जो तुमको तुमसे ज्यादा प्रेम और स्नेह करता हो, तुम पाओगे कि जितना प्रेम और स्नेह तुम स्वयं से करते हो उतना कोई और तुमसे नहीं कर सकता।

ईश्वर ने हर मनुष्य को एक जैसा बनाया है फर्क केवल हमारे बुद्धि के अंदर है।

पांव तभी पांव महसूस करता है जब यह धरती को छूता है।

एक बेपरवाह आदमी की आशाएं अमर बेल की तरह बढ़ती है। वह एक जीवन से दुसरे जीवन की तरफ उसी तरह से दौड़ता है जैसे जंगल में एक लंगूर एक वृक्ष से दूसरे वृक्ष पर फुदकता रहता है।

मनुष्य को एक स्वतंत्र मन को निर्मित करना चाहिए जो ऊपर और नीचे, दाएं और बाएं, आगे और पीछ चारों ओर फैला हुआ हो, वह भी बिना किसी रुकावट के, बिना किसी शत्रु के, बिना किसी बदले की भावना के।

वहम की लत से भयानक कुछ भी नहीं है, शक कंपनों को अलग करता है. यह एक ऐसा ज़हर है जो दोस्ती ख़त्म करता है और सच्छे रिश्तों-नातो को तोड़ता है. यह एक शूल है जो चुभता रहता है, एक तलवार है जो गहरे घाव करती है।

अंत में ये चीजें सबसे अधिक मायने रखती हैं: आपने कितने अच्छे से प्रेम किया? आपने कितनी पूर्णता के साथ जीवन जिया? आपने कितनी गहराई से अपनी कुंठाओं को जाने दिया।

यदि तुम असल में खुद से प्रेम करते हो, तो तुम कभी भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकते।

तुम्हें तुम्हारे अलावा कोई और नहीं बचाता, न ही कोई बचा सकता है और कोई ऐसा प्रयत्न भी नहीं करता, हमें स्वयं ही इस राह पर चलना होगा।

तुम्हारे जीवन का उद्देश्य तुम्हारे उद्देश्यों का पता लगाना है। और उन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत करना है।

हर सुबह हमारा पुनर्जन्म होता है, हम आज क्या करना हैं? यही सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात है।

पूर्णता या अपूर्णता अपने आप पर निर्भर करती है, कोई भी दूसरे को पूर्ण नहीं कर सकता।

आनन्द का कोई रास्ता नहीं है, खुशी ही आनंद का रास्ता है।

बीता हुआ समय वापस नहीं आता, अक्सर हम ऐसा सोचते हैं कि यदि आज कोई कार्य पूरा नहीं हुआ तो वो कल पूरा हो जाएगा लेकिन जो समय अभी बीत गया वो वापस नहीं आएगा।

माता-पिता बनना सबसे मधुर और प्यारा अनुभव होता है उत्साह से जिंदगी जीना और स्वयं पर महारत अर्जित करना ख़ुशी देता है।

अगर तुम्हारी दया तुमको सम्मिलित नहीं करती, तो वो अधूरी है।

Buddha Quotes in Hindi with Images

जब तुमको पता चलेगा कि सब कुछ ठीक है तब तुम तुम्हारा सिर पीछे झुकायेंगे और आसमान की और देखकर मुस्कुराएंगे।

बुराई करने वालों को हमेशा अपने पास रखो क्योंकी वही तुम्हारी कमियों तुम्हे बता सकते है।

सभी रुग्ण कार्यो का जन्म रुग्ण मन से होता है यदि मन आरोग्य और पवित्र हो जाय तो कार्य रुग्ण रह ही नहीं सकते है।

अज्ञानी होना सान्ड होने के बराबर है जो सिर्फ आकार में बड़े होते है लेकिन उनकी बुद्धि में कोई इजाफा नही होती है।

एक मूर्ख मनुष्य एक समझदार इंसान के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच शब्जी स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।

जिस तरह से आसमान में रेत उछालने पर वह चेहरे पर ही गिरती है, ठीक उसी तरह से मूर्ख मनुष्य जब अच्छे इंसानों के साथ बुरा करने की चेष्टा करते हैं, तो उनके स्वयं का ही बुरा होता है।

गौतम बुद्ध के उपदेश मानव जीवन के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। हम आशा करते कि आपको इन कोट्स बहुत मोटीवेशन मिलेगा। इन शिक्षाओं को जीवन में उतार कर हम अपना कल्याण कर सकते है।

500 Best Inspirational Motivational Suvichar in Hindi | मोटिवेशनल सुविचार जो जिंदगी बदल दें